rodbez :-
rodBez, जिसे 2022 में बिहार के सहरसा शहर में दिलखुश कुमार और सिद्धार्थ झा ने शुरू किया, एक स्टार्टअप है जो क्षेत्र में असंगठित टैक्सी सेवाओं को संगठित करने का कार्य कर रहा है। दिलखुश कुमार बताते हैं कि जब भी बिहार के किसी छोटे शहर से किसी को पटना जाना होता था, तो उसे टैक्सी का दोनों तरफ का किराया देना पड़ता था।
ऐसे में ग्राहकों को बहुत ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते थे। टैक्सी वालों को वापसी में सवारी नहीं मिलती थी, इसलिए वह वापसी का भी किराया लेते थे। इस समस्या को देखकर उन्होंने रोडबेज की शुरुआत की। RodBez ने बिहार में ग्राहकों के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान प्रदान करने का लक्ष्य रखा है, एक और यातायात प्रणाली को सुगम और किफ़ायती बनाए रखने के साथ।
Tagline – “टैक्सी की कमाई बढ़ती है, ग्राहक का पैसा बचता है”
rodbez : Mobile App
rodBez जो उबर-ओला की तरह मोबाइल ऐप के माध्यम से टैक्सी सेवा प्रदान करता है। में दिलखुश कुमार ने अपनी अनूठी क्रिएटिविटी को आगे बढ़ाया है। इस एप्लिकेशन के माध्यम से, खाली आने वाली टैक्सी और वापसी वाले ग्राहकों को एक दूसरे से मिला दिया जाता है, जिससे टैक्सी चालकों की आय में महीने के 10-20 हजार रुपये की वृद्धि होती है। इसके अलावा, प्रत्येक यात्री को 1000-1500 रुपये की बचत भी हो सकती है। दिलखुश ने अपने स्टार्टअप के लिए शार्क से 5% इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये की मांग की है, जो उसकी क्रांतिकारी विचारशीलता को दर्शाता है।
rodbez in shark tank india season 3
shark tank india season 3 तीसरे एपिसोड में प्रस्तुत हुए एक स्टार्टअप ने बिहार के सहरसा से निकलकर देश को चौंका दिया। इस स्टार्टअप का संस्थापक, जो कि एक 10वीं पास व्यक्ति थे, ने बताया कि उनके पास कभी घर का खर्चा तक चलाने के पैसे नहीं थे। इसके बावजूद, उन्होंने खुद को स्टार्टअप की दुनिया में स्थापित किया है। इस स्टार्टअप की शुरुआत बहुत विशेष तरीके से हुई है और इसने लोगों को एक नई दृष्टिकोण देने का प्रयास किया है।
इस एपिसोड में, शार्क टैंक के सदस्य रितेश अग्रवाल ने भी इस स्टार्टअप के साथ जुड़कर उनकी प्रेरणादायक कहानी को सुना। यह एक नया साबित हो रहा है कि अब छोटे शहरों और गाँवों से भी नए और अनोखे आइडिया लेकर लोग स्टार्टअप की दुनिया में अग्रसर हो रहे हैं।
story of 10th pass dilkhush(rodbez Founder)
दिलखुश के जीवन का यह सफर किसी भी मुश्किल को पार करने और स्वयं को बनाए रखने की अद्भुत कहानी है। उनके पिता का बस ड्राइवर होना, जवानी में ही शादी का दारोमदार उठाना, और फिर अपनी शिक्षा में मात्र मैट्रिक (10वीं) तक पहुंचना, इन सभी कदमों के बावजूद उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से खुद को एक सफल व्यक्ति बनाया है।
दिलखुश की इस कड़ी मेहनत और परिश्रम की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि अगर कोई व्यक्ति ईमानदारी, मेहनत, और सही दिशा में परिश्रम करता है तो वह किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है। उनकी तात्कालिक नौकरी की असफलता ने उन्हें हिम्मत हारने के बजाय और मेहनत में और भी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार, उन्होंने नए क्षेत्रों में अपनी कला को बढ़ाने का साहस दिखाया और एक सशक्त और सकारात्मक जीवन की दिशा में कदम बढ़ाया।
frist company started in 2016-
दिलखुश कुमार ने अपनी कड़ी मेहनत और उत्साह से अपने जीवन की यात्रा में बहुत कुछ हासिल किया है। उनकी बस ड्राइविंग से शुरु हुई जिंदगी ने उन्हें अपने लक्ष्यों की ऊँचाइयों तक पहुंचाया है। उन्होंने अपनी शिक्षा में मात्र मैट्रिक तक ही पहुंचा, लेकिन इसने उन्हें नहीं रोका किसी भी तरह के सपने को पूरा करने में।
दिलखुश ने एक नए क्षेत्र में कदम रखने का निर्णय लिया और टैक्सी सेवा प्रदान करने वाली अपनी कंपनी “RodBez” की शुरुआत की। उन्होंने अपनी विचारशीलता, उद्यमशीलता, और सही दिशा में मेहनत करने के बाद इस कंपनी को एक सफल व्यापार में बदला।
उनकी दूसरी कंपनी, जो गाँवों में टैक्सी सेवा प्रदान करती थी, ने भी उन्हें सशक्त बनाया और उनके लिए एक नया सिक्का उछाला। उनकी मेहनत और उद्यमशीलता ने उन्हें सालाना 8 लाख रुपये का कमीशन कमाने का मौका दिया, जिससे उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार किया।
इसके बाद, उन्होंने खुद को खुदाई से बाहर करने का निर्णय लिया और उसने अपनी कंपनी के हिस्सेदारों को अधिकांशिक हिस्सेदारी दे दी। इससे उन्होंने न केवल खुद को स्वतंत्रता और स्वाधीनता दिलाई, बल्कि उन्होंने अपने साथी व्यापारियों को भी सशक्त किया।
दिलखुश कुमार की उपलब्धियों से हमें यह सिखने को मिलता है कि सफलता की कुंजी मेहनत, उत्साह, और सही निर्णयों में छिपी होती है। उन्होंने अपने सपनों की पुर्ति के लिए हर समस्या को एक नई दिशा में बदलने में सफलता प्राप्त की है और आगे बढ़ने के लिए एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है।
rodbez started in 2022 :-
दिलखुश कुमार ने एक नई सोच और सेवा का तरीका प्रस्तुत करते हुए रोडबेज को सफलता की ऊँचाइयों तक पहुंचाया है। उन्होंने यहां एक सामाजिक और आर्थिक संदेश भी प्रस्तुत किया है, जिससे उनकी कड़ी मेहनत, संघर्ष, और सफलता की कहानी से हमें कई बड़े सिखने को मिलती हैं।
उनकी शुरुआती जीवन कहानी, जिसमें उन्होंने गरीबी और कठिनाईयों का सामना करके अपने सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया, एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती है। उनकी पहली कंपनी से निकलकर रोडबेज की शुरुआत, जिसमें उन्होंने ग्राहकों और टैक्सी वालों के बीच एक संबंध बनाने का प्रयास किया, दिखाती है कि कैसे नए आईडिया और आउट-ऑफ-बॉक्स सोच से आप एक समृद्धि और सफलता की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
उनकी कंपनी का विस्तार, बिहार के हर शहर को जोड़कर सेवा प्रदान करने का प्रयास, एक साथी व्यापारी की महत्वपूर्ण भूमिका, और सोशल इंटरएक्शन की बढ़ती महत्वपूर्णता भी दिखाते हैं। उनके अनुसार, एक सफल स्टार्टअप केवल एक व्यापारिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि एक सामाजिक दृष्टिकोण से भी मापा जाना चाहिए, जिससे लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन हो सकता है।
ग्राहक की फ्लाइट मिस होने पर पूरा खर्चा “RodBez” उठाती है-
RodBez कंपनी की नवाचारी सेवा और उनका दृढ़ संकल्प देखते हुए दिलखुश कुमार ने यह बताया कि वे ग्राहकों के साथ एक सजीव और विशेष रिश्ता बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कैप्टन कॉन्सेप्ट और उद्यमी दृष्टिकोण, जिसमें वह ग्राहकों के साथ इंटरएक्ट करने के लिए विशेषज्ञ कैप्टन को नियुक्त करते हैं, एक नई मानव सेवा और उद्यमिता की ऊंचाइयों की ओर एक प्रयास है।
उनकी कंपनी ने ग्राहकों के लिए सुरक्षित, सुगम और प्रभावी यात्रा की सुनिश्चिति के लिए एक अद्वितीय प्रस्तुति बनाई है, जिसमें उनकी सेवाओं के माध्यम से यात्री अपने गंतव्य को समय पर पहुंच सकते हैं। उनकी विशेषता यह है कि यदि ग्राहक किसी कारणवश अपनी फ्लाइट या ट्रेन मिस करता है, तो कंपनी उसकी ग्राहकी की समर्थन करने के लिए पूरा खर्च उठाती है।
उनकी मेहनत, सहानुभूति, और विशेषज्ञता के साथ रोडबेज ने एक सकारात्मक उदाहरण प्रदान किया है जो न केवल व्यावासिक सफलता की बात करता है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक स्तर पर भी एक उदार दृष्टिकोण और मानवीय समर्थन का परिचायक है।
“RodBez”can reach Rs 400 crore-
दिलखुश कुमार की उम्मीदें और उनका उद्दीपन बहुत ही प्रेरणादायक हैं। उनकी रणनीति, जिसमें वे अपने बिजनेस को कोस्ट-इफेक्टिव और स्थानीय साहित्य के साथ मिलाकर चला रहे हैं, वास्तव में एक सफल और समृद्धिशील उद्यमी की दिशा में एक अद्वितीय माध्यम प्रस्तुत करती है। उनका लक्ष्य बिहार के सभी गांवों और शहरों को आपसी जुड़ाव और सुगमता के साथ यात्रा कराना, विशेषकर जब ग्राहक जरूरत होते हैं, यह दिखाता है कि वे आर्थिक विकास को सामाजिक समृद्धि के साथ मिलाना चाहते हैं।
इसके अलावा, उनकी सेवा मॉडल और ग्राहकी सुरक्षा के प्रति उनका प्रतिबद्धता उन्हें बाजार में एक विशिष्ट स्थान देती है। उनका उद्देश्य 10 वर्षों में एक विशाल बिजनेस की स्थापना करना और लाखों लोगों को रोडबेज की सुविधा से जोड़ना एक प्रेरणास्त्रोत है। उनके बड़े लक्ष्य और आत्म-निर्भरता की भावना के साथ, यह सुनिश्चित है कि वे अपने स्वप्नों को हकीकत में बदलने के लिए मेहनत और निरंतरता से काम करेंगे।
विनीता और रितेश अग्रवाल ने “RodBez” में निवेश किया
यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है जब डिलखुश की कंपनी को अपनी डिमांड को पूरा करने में समस्या हो रही है और नुकसान हो रहा है। इस स्थिति में, विनीता और रितेश का सहयोग उत्तम हो सकता है क्योंकि उन्होंने निवेश किया है और व्यापक अनुभव ला सकते हैं।
इसमें यह भी ध्यान दिया जा सकता है कि कंपनी ने मौजूदा वक्त में केवल 35 फीसदी ऑर्डर डिलीवर कर पा रही है, इसकी मुख्य कारणों को समझना महत्वपूर्ण हो सकता है। क्या यह कमी स्वार्थपर या आपूर्ति चेन में किसी और कारण से हो रही है? इसे विश्लेषण करना और संभावित समाधान निकालना होगा ताकि कंपनी अगले चरण में सफल हो सके।
इस दौरान, रितेश और विनीता को एक साथ काम करके समस्या को हल करने और कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत साझेदारी बनाए रखना होगा।
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